ईश्वर चित्र मे नही चरित्र मे बसता है, अपनी आत्मा को मंदिर बनाओ ।
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सीधा साधा होना भी अच्छा नही होता है, सीधे पेढ खाद लिये जाते है और तेढे पेढ खडे रह
जाते है।
भगवान मूर्तियों में नहीं है वो आपके अंदर कि आत्मा मे है
कोई काम शुरू करने से पहले खुद से तीन प्रश्न कीजिये – १. मैं ये क्यों कर रहा हूँ, २. इसके परिणाम क्या हो सकते हैं और ३. क्या मैं इसमे सफल हो सकता हु ? और जब गहरई से सोचने पर इन
प्रश्नों के संतोषजनक उत्तर मिल जायें, तभी आगे बढना ।
व्यक्ति अकेले पैदा
होता है और अकेले मर जाता है;और वो अपने अच्छे और बुरे
कर्मों का फल खुद ही भुगतता है; और वह अकेले ही स्वर्ग
या नर्क जाता है।
दुनिया की सबसे बड़ी शक्ति नौजवानी और औरत की सुन्दरता है, हमें भूतकाल के बारे में पछतावा नहीं करना चाहिए, ना ही भविष्यकाल के बारे में चिंतित होना चाहिए ,महान व्यक्ति हमेशा वर्तमानकाल में जीते हैं।
अगर सांप जहरीला ना भी हो तो उसे खुद को जहरीला दिखाना चाहिए।
इस बात को व्यक्त मत होने दीजिये कि आपने क्या करने के
लिए सोचा है, बुद्धिमानी से इसे रहस्य बनाये रखिये और इस काम को करने
के लिए मन मे इच्छा रखिये।
कोई व्यक्ति अपने
कार्यों से महान होता है,
अपने जन्म से नहीं ।
जिस प्रकार एक सूखे
पेड़ को अगर आग लगा दी जाये तो वह पूरा जंगल जला देता है, उसी प्रकार एक पापी पुत्र पुरे परिवार को बरबाद कर देता है।
कभी भी अपने राज़ दूसरों को मत बताएं ।
फूलों की सुगंध केवल वायु की दिशा में फैलती है, लेकिन व्यक्ति की अच्छाई हर दिशा में फैलती है।
:एक उत्कृष्ट बात जो शेर से सीखी जा सकती है वो ये है कि व्यक्ति जो कुछ भी करना चाहता है उसे पूरे दिल और खूब प्रयत्न के साथ करे।
एक कड़वा सच : हर मित्रता के पीछे कोई ना कोई स्वार्थ
होता है, ऐसी कोई मित्रता नहीं जिसमे स्वार्थ ना हो।
जब आप किसी काम की शुरुआत करें, तो असफलता से मत डरें और उस काम को ना छोड़ें, जो लोग
इमानदारी से काम करते हैं वो सबसे प्रसन्न और सफल होते हैं।