जो धर्म स्वतंत्रता, समता और बंधुत्व कि
भावना रखता है वह धर्म मुझे मंजूर है।
शुरुआत कैसी हुई इसपर बहुत चीझो का अंत निर्भर करता है ।
जीवन मे भावना से अधिक बडा होता है वह है फर्ज ।
प्रार्थना का मतलब है मन का स्नान।
सफलता प्राप्त करनी हो तो खुद का खुद पे काबू पाना सिखो लो।
हर व्यक्ती के लिये उसके मन मे एक आदर्श व्यक्ती होनी ही चाहिये ।
जो खुद का मन जीत पाता है वो विश्व का मन भी जीतता है ।
सफलता प्राप्त करने कि सबसे बडी शक्ती है खुद पर भरोसा होना ।
अगर कोई व्यक्ती प्रतिकूल परीस्थितीयो मे भी अनुकूल परिस्थिती बना लेता है वही सच्चा मनुष्य कहालता है ।
गलती करे वह पुरुष और उन गलतियो पर चादर ढके वह महापुरुष ।
दोस्त हुये तो परिवार जैसे, तो हि जीवन का सोना होता है।