कोई
भी ध्येय प्राप्त करने के लिये उसपर एकाग्रता से काम करना चाहिये।
कोई
भी सपना पुरा करने के लिये पहले उसको देखना पडता है।
जो
लोग बडे सपने देख सकते है वही लोग उस सपने को हकीकत मे ला सकते है।
मनुष्य
को दिक्कत कि जरुरत होती है क्यो कि सफलता का आनंद होने के लिये वह आवश्यक है।
राह
देखने वालो को उतना हि मिलता है जितना मेहनत करने के बाद न मिलने पर छोड दिया जाता है।
इस युग मे उन लोगो को ज्यादा
सफलता मिलती है जो सोचते थे कि उन्हे वह सफलता मिलना असंभव है लेकिन फिर भी अथक कष्ट करने पर उन्हे वह सफलता मिल
सकती है।