किसी किताब को बार बार पढने पर भी आनंद महसूस नही हो, तो उसे आगे पढने का कोई मतलब नही यानी किसी काम मे रस नही तो उसे करना बेक़ार है।
-ऑस्कर वाईल्ड
प्रसन्नता कोई बनी बनाई और मिलने वाली चीज नही है यह अपने कर्मो से हि आती है।
-दलाई लामा
बुढा होने से पहले अपने जीवन का आनंद लेना चाहिये।
-मारीलीन मन्नो
कोई भी चीज समझ लेना हि सबसे बडा आनंद है।
-लिओनार्डो द विनसी
मनुष्य को दिक्कत कि जरुरत होती है क्यो कि सफलता का आनंद होने के लिये वह आवश्यक है।
-अब्दुल कलाम
जो आपके पास है, उसी में हि खुश रहना सीखें।
-अज्ञात
वक़्त कोई भी हो सुख या दुख का, सिर्फ आवाज दो, मे साथ दुंगा।
-अज्ञात
इतिहास कहता है की कल सुख था, विज्ञान कहता है की कल सुख होगा, लेकिन धर्म कहता है की अगर मन सच्चा और दिल अच्छा है तो हर रोज़ सुख होगा।
-अज्ञात
लोग कहते हैं कि पैसा खुशियों की चाबी नहीं है,पर मुझे ऐसा लगता है कि यदि आपके पास पैसा है तो आप एक चाबी बनवा सकते हो।
-जौन रीवेर्स
वह जो अपने परिवार से अत्यधिक जुड़ा हुआ है, उसे भय और चिंता का सामना करना पड़ता है, क्योंकि सभी दुखों कि जड़ लगाव है, इसलिए खुश रहने कि लिए लगाव छोड़ देना चाहिए।
-चाणक्य
पैसा आपके लिए खुशियाँ नहीं खरीद सकता लेकिन वह दुःख को कुछ सुखद रूप में अनुभव करा सकता है।
-स्पायिक मिल्लीगन
पैसे ने कभी किसी को ख़ुशी नहीं दी है, और न देगा, उसके स्वभाव में ऐसा कुछ नहीं है जिससे ख़ुशी उत्पन्न हो, ये जितना ज्यादा जिसके पास होता है वह उतना ही और इसे चाहता है।
-बेन्जामिन फ्रान्क्लीन
याद रखिये ख़ुशी इस बात पर निर्भर नहीं करती कि आप कौन हैं या आपके पास क्या है ये पूरी तरह से इस बात पर निर्भर करती है कि आप क्या सोचते हैं।
-डेल कार्गोनी
यदि आपकी ख़ुशी इस बात पर निर्भर करती है कि कोई और क्या करता है तो मेरा मानना है की आपको कोई समस्या है।
-रिचर्ड ब्याक
प्रसन्नता सदभाव कि छाया है, वह सदभाव का पीछा करती है, प्रसन्न रहने का कोई और तरीका नही है।
-ओशो
नफ़रतो के बाजार मे जिने का अलग हि मजा है, लोग "रुलाना" नही छोडते और हम "हसाना" नही छोडते।
-अज्ञात
अच्छे लोगो कि यादो से जीवन कैसा मधुर बनता है ….दिन कि शुरुआत ऐसी मधुर हो जाने के बाद युही ओठो पे हसी आती है।
-अज्ञात